द फॉलोअप डेस्क
बिहार के भागलपुर जिले से भ्रष्टाचार का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (JLNMC) एक बार फिर प्रशासन की लापरवाही और वित्तीय अनुशासन की अनदेखी को लेकर विवादों में है। नर्सों के वेतन से जुड़े कुछ माह पूर्व ही कथित वित्तीय घोटाले का मामला आया था जिसकी जांच अब तक पूरी नहीं हो सकी थी कि अब एसी की खरीद में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है।
सूचना के अनुसार, समस्तीपुर की एक प्राईवेट एजेंसी को मई 2025 में ₹17.44 लाख की लागत से कुल 35 एयर कंडीशनर (एसी) की आपूर्ति का निर्देश दिया गया था। 17 मई को अस्पताल अधीक्षक कार्यालय के जारी आदेश में, एजेंसी को 21 दिनों के अंदर 25 एसी की आपूर्ति करनी थी, जिनमें 15 स्प्लिट एसी और 20 विंडो एसी थे। एक स्प्लिट एसी की कीमत ₹41,500 और विंडो एसी की कीमत ₹37,000 तय की गई थी।
लेकिन इस पर विवाद तब खड़ा हुआ जब यह उजागर हुआ कि जिस एजेंसी को यह ठेका दिया गया था, उसका अनुबंध मार्च 2025 में ही समाप्त हो चुका था। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल ये है कि बिना वैध अनुबंध के किस आधार पर एजेंसी को आदेश जारी किया गया? क्या अनुबंध का नवीनीकरण हुआ है।
पूर्व अधीक्षक डॉ. उदय नारायण सिंह से बातचीत के दौरान पता चला कि उनके कार्यकाल में इस एजेंसी से किसी भी प्रकार की एसी खरीदी नहीं गई थी। उन्होंने बताया कि एआरटीसी सेंटर के लिए केवल एक एसी खरीदा गया था, वह भी विभागीय फंड और क्रय समिति की सहमति से। उन्होंने यह भी कहा कि मार्च में जब वे प्राचार्य बने थे, तब अस्पताल में एसी की कोई तत्काल आवश्यकता नहीं थी।